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शहरी क्षेत्रों के भौतिक विस्तार (क्षेत्रफल, जनसंख्या आदि का विस्तार) शहरीकरण (Urbanisation) कहलाता है। यह एक वैश्विक परिवर्तन है। संयुक्त राष्ट्र संघ की परिभाषा के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का शहरों में जाकर रहना और काम करना भी 'शहरीकरण' है।
शहरीकरण या नगरीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत एक समाज के समुदाय के आकार और शक्ति में वृध्दि होती रहती है जब तक की वे संपूर्ण जनसंख्या के अधिकांश भाग को सम्मिलित नहीं कर लेते हैं और सम्पूर्ण समाज पर प्रकार्यात्मक और सांस्कृतिक आधिपत्य स्थापित नही कर लेते।
किसी राष्ट्र की जनसंख्या का बढ़ता हुआ आकार जब शहर की तरफ निवास के लिए जमा होता है तो उसे नगरीकरण या “शहरीकरण” कहते है। वैसा प्रक्रिया जिसके अंतर्गत शहरों का अधिक पैमाने पर विस्तार होता है, शहरीकरण कहलाता है ।
उपरोक्त आधार पर यह स्पष्ट है कि शहरीकरण वास्तव में एक सतत परिवर्तनशील प्रक्रिया है, जो ग्रामीण और शहरी जीवन के बीच एक प्रकार का अंतर पैदा करती है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों की जनसंख्या का शहरी क्षेत्रों की ओर पलायन को भी समझा जा सकता है।